नई दिल्ली
न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज कॉलिन मुनरो ने टी20 वर्ल्ड कप से ठीक पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। मुनरो को पिछले चार साल से कीवी टीम के लिए खेलने का मौका नहीं मिला है। उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए अपना आखिरी मैच 2020 में भारत के खिलाफ खेला था। उन्हें आगामी टी20 वर्ल्ड कप के लिए न्यूजीलैंड के स्क्वॉड में भी नहीं चुना गया है, जिस वजह से उन्होंने संन्यास लेने का फैसला किया। 37 साल के मुनरो न्यूजीलैंड के लिमिटेड ओवर स्पेशलिस्ट बल्लेबाज माने जाते थे। उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए 65 टी20 और 57 वनडे मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने लगभग 3000 रन बनाए। वह T20I क्रिकेट में न्यूजीलैंड के लिए 3 शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं।

बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने न्यूजीलैंड के लिए डेब्यू दिसंबर 2012 में T20I मैच खेलकर किया था। इससे अगले महीने उन्होंने वनडे में भी अपना पहला मैच खेला। मुनरो वाइट बॉल स्पेशलिस्ट थे तो उन्हें न्यूजीलैंड के लिए एकमात्र टेस्ट 2013 में खेलने का मौका मिला। साउथ अफ्रीका के खिलाफ इस एकमात्र टेस्ट की पहली पारी में वह गोल्डन डक पर आउट हुए, वहीं दूसरी पारी में उन्होंने 15 रन बनाए। मुनरो ने न्यूजीलैंड के लिए सभी फॉर्मेट मिलाकर कुल 123 मैच खेले।

कॉलिन मुनरो टी20 वर्ल्ड कप 2014 और 2016 में न्यूजीलैंड के स्क्वॉड का हिस्सा थे। वहीं 2019 वर्ल्ड कप में जब कीवी टीम उप-विजेता रही, मुनरो उस टीम का भी हिस्सा रहे थे। मुनरो ने संन्यास का ऐलान करते हुए खुलासा किया कि 2024 टी20 विश्व कप टीम में जगह पाने में असफल रहने के बाद उन्होंने संन्यास लेने का फैसला किया है।


कॉलिन मुनरो ने कहा, "ब्लैककैप्स के लिए खेलना मेरे खेल करियर में हमेशा सबसे बड़ी उपलब्धि रही है। मुझे उस जर्सी को पहनने से ज्यादा गर्व कभी महसूस नहीं हुआ, और यह फैक्ट है कि मैं सभी फॉर्मेट में 123 बार ऐसा करने में सक्षम हुआ हूं, कुछ ऐसा है जिस पर मुझे हमेशा अविश्वसनीय रूप से गर्व रहेगा। हालांकि न्यूजीलैंड के लिए खेले हुए काफी समय हो गया है, लेकिन मैंने कभी भी फ्रेंचाइजी टी20 फॉर्म के जरिए टीम में वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी। टी20 वर्ल्ड कप के लिए ब्लैककैप्स टीम की घोषणा के साथ अब उस अध्याय को आधिकारिक तौर पर बंद करने का सही समय है।" एनजेडसी के मुख्य कार्यकारी स्कॉट वेनिंक ने मुनरो की भरपूर प्रशंसा की और उन्हें 360-डिग्री शैली की बल्लेबाजी के अग्रदूतों में से एक करार दिया।


उन्होंने कहा "कॉलिन हमारे पहले खिलाड़ियों में से एक थे जिन्होंने आक्रामक, 360-डिग्री शैली की बल्लेबाजी को अपनाया, जिसे अब दुनिया भर में सर्वोत्तम अभ्यास के रूप में स्वीकार किया जाता है। वह नए खेल के अग्रदूतों में से एक थे, एक अभिनव बल्लेबाज थे जो सोच-समझकर जोखिम लेने को एक नए स्तर पर ले गए, और शॉर्ट-फॉर्म क्रिकेट खेलने के तरीके में एक क्रांति ला दी, हम सौ से अधिक अंतरराष्ट्रीय खेलों में उनके अद्भुत योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं, और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं ।"

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