डिजिटल अरेस्ट कर ठगों ने ऐंठे 40 हजार रुपये
बुरहानपुर
कसंल्टिंग इंजीनियर्स एसोसिशन के अध्यक्ष प्रमोद गढ़वाल के साथ डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से 40 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने उन्हें शनिवार दोपहर 12 बजे के आसपास वाट्सएप कॉल करके कहा कि हैदराबाद में पढ़ रहा उनका बेटा भव्य गढ़वाल सामूहिक दुष्कर्म के मामले में फंस गया है, वह थाने से बोल रहा है, यदि अपने बेटे को इस केस से छुड़ाना चाहते हो तो तुरंत 40 हजार रुपये ट्रांसफर करो, अन्यथा भव्य आठ से दस साल के लिए जेल चला जाएगा।
हड़बड़ाहट में गढ़वाल ने राशि ट्रांसफर कर दी। इसके पंद्रह मिनट बाद जब दोबारा दूसरे नंबर से ऑडियो कॉल आया और ठगों ने दो लाख रुपये और ट्रांसफर करने के लिए कहा तो गढ़वाल को शक हुआ। उन्होंने पहले अपने बेटे को फोन लगा कर पुष्टि की और तुरंत लालबाग थाने पहुंच कर ठगी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार लगातार डिजिटल अरेस्ट और साइबर ठगी को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। बावजूद इसके ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
इस तरह बनाया मानसिक दबाव
वाट्सएप काल में ठगों ने पुलिस की वर्दी वाला फोटो लगा रखा था। उन्होंने सामूहिक दुष्कर्म में भव्य सहित तीन युवकों के गिरफ्तार होने की बात कही। साथ ही फोन कॉल के दौरान ही भव्य को आवाज देकर बुलाने का नाटक किया और किसी के रोने की आवाज प्रमोद गढ़वाल को सुनाई। जिससे वे मानसिक रूप से दबाव में आ गए।
ठगों ने यह भी कहा कि मीडिया वाले आ चुके हैं, उन्हें भी मैनेज करना पड़ेगा, इसलिए राशि बढ़ गई है। इंजीनियर प्रमोद गढ़वाल ने शहर के नागरिकों से अपील की है, कि उनकी तरह वे डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से होने वाली ठगी का शिकार न हों। अनजान नंबरों से आने वाले काल, वीडियो कॉल न उठाएं। विशेष रूप से प्लस 92 से शुरू होने वाले नंबर न उठाएं।
बेटे को डिजिटल अरेस्ट कर इंजीनियर से साइबर ठगी की शिकायत की गई है। जांच की जा रही है। इसे लेकर लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
- देवेंद्र पाटीदार, पुलिस अधीक्षक।
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